प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 सम्मेलन के समापन की घोषणा की और एक आदर्श वर्चुअल समीक्षा का प्रस्ताव रखा। इस सम्मेलन का समापन एक महत्वपूर्ण अवसर था जहां विश्व के अग्रणी देशों के नेताओं ने आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा की और वैश्विक सहयोग की दिशा में विचार किया। प्रधानमंत्री ने एक आदर्श वर्चुअल समीक्षा का प्रस्ताव रखा है, जिसका मुख्य उद्देश्य पिछले सम्मेलन की प्रगति की समीक्षा करना है और आगामी सम्मेलन के लिए योजनाएँ बनाना है। इसके माध्यम से, उन्होंने जी20 के महत्वपूर्ण निर्णयों और समझौतों के बारे में विचार विमर्श का सुझाव दिया और विश्व के अर्थतंत्र में जानदार सहयोग की ओर बढ़ने का संकेत दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 सम्मेलन का समापन किया, प्रस्तावित किया:
प्रस्तावना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सरकार के प्रमुख रूप में भारत को गर्वित बनाया है, और उन्होंने गर्व से जी20 सम्मेलन का समापन किया है। इस सम्मेलन का आयोजन 20 विश्व के शीर्ष देशों के नेताओं के बीच हुआ और इसने विशेष रूप से वैश्विक आर्थिक समृद्धि और गतिविधियों के लिए नीति और निर्णयों के साथ एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य किया है।
प्रमुख प्रस्ताव: प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मेलन के समापन के मौके पर कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पेश किए हैं। उन्होंने गृहपालिका, ऊर्जा, वित्तीय सेवाएं, और व्यापार क्षेत्र के कई मुद्दों पर विचार किए हैं। उन्होंने वैश्विक व्यापार में और टेक्नोलॉजी में सहयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता को जोर दिया है।
आर्थिक सुधार: प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबी की समस्याओं के समाधान के लिए विशेष उल्लेख किया है और उन्होंने यह बताया कि भारत की सरकार काम कर रही है कि गरीबी को दूर करने के लिए नई योजनाएं और कदम लेगी। उन्होंने विश्व के सभी देशों से मिलकर सहयोग करने की आग्रह किया है ताकि आर्थिक सुधार में सहयोग किया जा सके।
वाणिज्यिक सम्बंध: प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने का प्रस्ताव रखा है और उन्होंने यह भी दर्शाया कि भारत विश्व वाणिज्यिक समुदाय के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
साक्षरता की बढ़ोतरी: प्रधानमंत्री मोदी ने शिक्षा के क्षेत्र में भी विशेष महत्व दिया है और उन्होंने यह प्रस्तावित किया है कि भारत और अन्य देश शिक्षा क्षेत्र में सहयोग करेंगे ताकि साक्षरता को बढ़ावा दिया जा सके।
समापन: इस जी20 सम्मेलन के समापन पर, प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर दुनिया के साथ मिलकर विश्व के सामाजिक और आर्थिक सुधार में योगदान करने का संकल्प जताया है। उन्होंने भारत के लिए एक बेहतर और सुरक्षित भविष्य की ओर कदम बढ़ाने का संकल्प किया है, और उन्होंने भी विश्व के साथ एक महत्वपूर्ण साझा समझौता की ओर कदम बढ़ाया है।